आज भारत में नीरज चोपड़ा के नाम से हर कोई वाकिफ़ है और ऐसा होना भी चाहिए क्योंकि उन्होंने काम ही ऐसा किया है। भारत को लगभग 13 साल बाद Olmpic games में एक स्वर्ण पदक हासिल हुआ है और इसकी वजह सिर्फ और सिर्फ नीरज चोपड़ा है। तो आज हम बात करेंगे नीरज चोपड़ा के बारे में की कैसे नीरज चोपड़ा ने अपने करियर की शुरुआत की और कैसे उन्होंने यह मुकाम हासिल किया।
जैसा कि हम सभी जानते नीरज चोपड़ा एक भाला फेंक खिलाड़ी यानी की Javelin throw player है जिन्होंने हाल ही में Tokyo Olympics 2020 में Gold medal हासिल किया है। आपको बता दें कि भारत की ओर से track and field और javelin throw में ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले नीरज चोपड़ा पहले व्यक्ति बन चुके हैं। नीरज चोपड़ा ने अपने नाम के साथ साथ भारत के नाम को भी इतिहास के पन्नों में दर्ज कर दिया है और इससे ज्यादा गर्व की बात हम भारतीयों के लिए और क्या ही होगी। आज इस लेख के जरिए हम नीरज चोपड़ा के जीवन को विस्तारपूर्वक जानेंगे और देखेंगे कि किस तरह उन्होंने कठिनाइयों का सामना करते हुए इस मुकाम को आज हासिल किया है।
नीरज चोपड़ा की जीवनी (Neeraj Chopra Biography in Hindi)
Name | Neeraj Chopra |
Age | 23 years |
Date of Birth | 24 December 1997 |
Birth Place | Kandra, Panipat (Haryana) |
Father’s name | Satish Kumar |
Mother’s name | Saroj Devi |
Siblings | Two sisters |
Education | Graduate |
Coach name | Uwe Hohn (German) |
World’s ranking | 4th |
Religion & Cast | Ror Maratha, Hindu |
Profession | Indian Army Soldier |
Height | 178 cm/ 6 ft. 0 inch |
Weight | 86 KG |
Game | Javelin Throw |
Longest throw | 88.06 Metre (In Jakarta Asian games) |
National Awards | Arjuna Award – 2018 Vishisht Seva Medal (VSM) – 2020 Republic Day honours |
Net worth | 10 to 50 Lakh per annum. |
नीरज चोपड़ा का स्वभाव (Neeraj Chopra’s Behaviour)
हाल ही के इंटरव्यू के द्वारा हमें पता चला है और हम सभी ने देखा है कि नीरज चोपड़ा काफी मजाकिया स्वभाव के इंसान हैं और जो है सबके सामने है और नीरज चोपड़ा कोई भी दिखावा करने में विश्वास नहीं रखते है।
हम सभी जानते हैं कि नीरज चोपड़ा एक गांव से निवास करते हैं और इसी के कारण उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हिंदी माध्यम से पूर्ण की है तथा इसके चलते उनकी इंग्लिश में जरा थोड़ी पकड़ कमजोर है लेकिन वह इस बात को छुपाते नहीं है बल्कि पूरी दुनिया को दिखाते हैं कि अगर इंग्लिश नहीं आती है तो इसमें शर्मिंदा होने वाली कोई बात नहीं है।
अभी-अभी की बात है एक इंटरव्यू में एक रिपोर्टर नीरज चोपड़ा से इंग्लिश में सवाल जवाब कर रहा था तभी उन्होंने उसको रोका और बोला कि हिंदी में बात कीजिए तो वहीं से पता चलता है की वो अपनी मात्रभाषा का भी सम्मान करते है। उनकी इस बात को काफी सराहा भी गया और लाखों लोग नीरज चोपड़ा के Fan बन चुके है।
नीरज चोपड़ा का जन्म स्थान, परिवार व शिक्षा (Neeraj Chopra’s Birth Place, Family and Education)
जेवलिन थ्रो एथलिट नीरज चोपड़ा का जन्म हरियाणा राज्य के पानीपत जिले के एक छोटे से गांव खँडरा में 24 दिसंबर 1997 को हुआ था। इनके परिवार में इन्हें मिलाकर कुल 7 सदस्य हैं जिसमें इनकी माताजी , पिताजी , दो बहने और दो भाई शामिल है। नीरज चोपड़ा अपने भाई बहनों में सबसे बड़े हैं। इनकी माता का नाम सरोज देवी तथा इनके पिताजी का नाम सुशील कुमार है ।
इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अपने गांव के स्कूल से ही पूर्ण की थी। बाद में उन्होंने चंडीगढ़ के दयानंद एंग्लो-वैदिक कॉलेज से स्नातक किया, और अब 2021 में पंजाब के जालंधर में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से कला स्नातक की पढ़ाई कर रहे हैं।
नीरज चोपड़ा को मिले हुए पुरुस्कार (Awards received by Neeraj Chopra)
Year | Awards |
---|---|
2012 | National Junior Championship Gold Medal |
2013 | National Youth Championship Silver Medal |
2016 | 3rd World Junior Award |
2016 | Asian Junior Championships Silver Medal |
2017 | Asian Athletics Championships Gold Medal |
2018 | Asian Games Championship Gold Pride |
2018 | Arjuna Award |
Note : 27 अगस्त 2021 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा पुणे छावनी के आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट (ASI) स्टेडियम का नाम बदलकर “नीरज चोपड़ा स्टेडियम” रखा गया।
साल के हिसाब से नीरज चोपड़ा के सभी बेस्ट जेवलिन थ्रो (All best Javelin Throws of Neeraj Chopra by year)
Year | Performance | Date | Venue |
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2013 | 69.66 metres | 26 July | Patiala, India |
2014 | 70.19 metres | 17 August | Patiala, India |
2015 | 81.04 metres | 31 December | Patiala, India |
2016 | 86.48 metres | 23 July | Bydgoszcz, Poland |
2017 | 85.63 metres | 02 June | Patiala, India |
2018 | 88.06 metres | 27 August | Jakarta, Indonesia |
2020 | 87.86 metres | 28 January | South Africa |
2021 | 88.07 metres | 05 March | Patiala, India |
नियर चोपड़ा Tokyo ओलंपिक 2020 प्रदर्शन (Near Chopra Tokyo Olympics 2020 Performance)
Tokyo Olympic 2020 का फाइनल मैच जोकि 7 अगस्त 2021 को शाम 4:30 बजे आयोजित किया गया था। इस मैच में नीरज चोपड़ा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम कर भारत के इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा दिया। इन्होने फाइनल मुकाबले में 6 राउंड में से पहले 2 राउंड में ही 87.58 की सबसे ज्यादा दुरी पर भाला फेंककर रिकॉर्ड सेट कर दिया था, जिसे अगले 4 राउंड में कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ सका।और अंत में नीरज की पोजीशन पहले नंबर पर ही बनी रही और वे स्वर्ण पदक अपने नाम कर गए।
इस तरह से नीरज चोपड़ा ने भारत का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर दिया है। ज्सिके चलते आज भारत का हर एक नागरिक गर्व महसूस कर रहा है। नीरज चोपड़ा अपने स्वर्ण पदक के साथ एक क्रांति लेकर आये है जिससे ज्यादातर युवको का ध्यान खेल जगत की तरफ आकर्षित हुआ है।